नित्य प्रतिदिन के जीवन में प्रार्थना करना एक अच्छी आदत है| जब भी मौका मिले, अवश्य प्रार्थना करें| प्रार्थना एक संवाद है आपके और ईश्वर के बीच और इस संवाद को और मजबूत करने के लिए हम आपके लिए दैनिक प्रार्थनाओं का संकलन लेकर आये हैं जिसे आप ऑनलाइन पढने के अलावा डाउनलोड भी कर सकते हैं. आप दैनिक प्रार्थना को नीचे पढ़ सकते हैं.
क्रूस का चिन्ह
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर आमीन|
सवेरे की विनती
हे मेरे ईश्वर, मैं विश्वास करता हूँ कि तू यहाँ हाजिर है| मैं सारे दिल से तेरी आराधना करता हूँ और तुझे प्यार करता हूँ| तूने मुझे बनाया, अपने पुत्र के मरण द्वारा पाप से छुड़ाया, और पवित्र आत्मा की कृपा द्वारा शुद्ध/पवित्र किया है| तूने सारी रात मुझे [और मेरे परिवार/प्रियजनों] को संभाला है और यह नया दिन देखने को दिया है| इन और दूसरे सब दानों के लिए जिनको तूने मुझपर बरसाया है, मैं दीनता से तेरा धन्यवाद करता हूँ| मैं तुझसे गिड़गिड़ाकर विनती करता हूँ कि मुझे अपनी कृपा दे, कि आज तेरा अपराध न करूँ लेकिन सब बातों में तेरी पवित्र इच्छा पर चल सकूँ| आमीन|
प्रभु की विनती
हे पिता हमारे, जो स्वर्ग में हैं, तेरा नाम पवित्र किया जावे, तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है, वैसे इस पृथ्वी पर भी हो. हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर, जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में न डाल, परन्तु बुराई से बचा. आमेन.
प्रणाम मरिया
प्रणाम मरिया कृपा पूर्ण, प्रभु तेरे साथ है. धन्य है तू स्त्रियों में, और धन्य है तेरे गर्भ का फल येसु. हे संत मरिया, परमेश्वर की माँ, प्रार्थना कर हम पापियों के लिए, अब और हमारे मरने के समय, आमेन.
प्रेरितों का धर्मसार
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृष्टिकर्ता, सर्वशक्तिमान पिता परमेश्वर में विश्वास करते हैं. और उस के एकलौते पुत्र हमारे प्रभु, येसु ख्रीस्त पर, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये और कुवारी मरियम से जन्मे, पोंतुस पिलातुस के शासन काल में क्रूस पर चढाये गए, मर गए, दफनाये गए और अधोलोक में उतरे. तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे, स्वर्ग गए, सर्वशक्तिमान पिता परमेश्वर के दाहिने विराजमान है. वहां से जीवितों और मृतकों के न्याय करने फिर आएगा. हम पवित्र आत्मा, पवित्र कैथोलिक कलीसिया, धर्मियों की सहभागिता, पापों की क्षमा, शरीर के पुनरूत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं. आमेन.
पवित्र त्रित्व की स्तुति
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की बढ़ाई होवे।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
धर्म के चार बड़े सत्य
1.केवल एक ईश्वर है।
2.एक ईश्वर में तीन जन हैं, पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा।
3.पुत्र ईश्वर हम लोगों के लिए मनुष्य बन गया, क्रूस पर मर गया और जी उठा।
4.ईश्वर भले मनुष्यों को अनन्त सुख, और बुरे मनुष्यों को अनन्त दु:ख देगा।
ईश्वर की दस आज्ञाएं
1. मैं प्रभु तेरा परम ईश्वर हूँ। प्रभु अपने परमेश्वर की आराधना करना। उसको छोड़ और किसी की नहीं।
2. प्रभु अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना।
3. प्रभु का दिन पवित्र रखना।
4. माँ–बाप का आदर करना।
5. मनुष्य की हत्या न करना।
6. व्यभिचार न करना।
7. चोरी न करना।
8. झूठी गवाही न देना।
9. परस्त्री की कामना न करना।
10. पराये धन पर लालच न करना।
कलीसिया के छ: नियम
1. इतवार और हुक्म पर्व में यूखरिस्त में भाग लेना।
2. उपवास और परहेज के दिन मानना।
3. बरस–बरस कम–से–कम एक बार पाप–स्वीकार करना।
4. पास्का पर्व के समय योग्य रीति से परमप्रसाद ग्रहण करना।
5. कलीसिया के पुरोहितों को संभालने में भाग लेना।
6. विवाह के सम्बन्ध में कलीसिया के नियम मानना।
विश्वास की विनती
हे मेरे ईश्वर, जो कुछ तूने बतलाया और पवित्र कलीसिया विश्वास करने को सिखलाती है, उन सब बातों पर मैं ढृढ़ विश्वास करता हूँ। मैं इस विश्वास में जीना और मरना चाहता हूँ। आमेन।
प्रेम की विनती
हे मेरे ईश्वर, मैं तुझको सारे दिल और मन से और सब कुछ से अधिक प्यार करता हूँ। क्योंकि तू असीम भला और दयालु है और मैं अपने पड़ोसियों को तेरे प्रेम के लिए अपने समान प्यार करता हूँ। इस प्रेम में मैं जीना और मरना चाहता हूँ। आमेन।
भरोसे की विनती
हे मेरे ईश्वर, तू हमारे लिए असीम भला है, तू सर्वशक्तिमान् है, तू अपनी प्रतिज्ञाओं को पूरा करता है। इसलिए मैं ढृढ़ भरोसा रखता हूँ, कि येसु खीस्त के पुण्य–फलों के कारण, मैं इस जीवन में अपने पापों की क्षमा, अच्छी तरह से तेरी सेवा करने की कृपा, और दूसरे जीवन में अंनत सुख पाऊँगा। इस भरोसे में मैं जीना और मरना चाहता हूँ। आमेन।
दूत–संवाद (पवित्र शनिवार से पेन्तेकोस्त कि अवधि को छोडकर)
प्रभु के दूत ने मरियम को सन्देश दिया।और वह पवित्र आत्मा से गर्भवती हुई।प्रणाम मरियम.........देख, मैं प्रभु की दासी हूँ।तेरा कथन मुझमें पूरा हो।प्रणाम मरियम...........और शब्द देह बना।और हमारे बीच में रहा।प्रणाम मरियम..........
हे ईश्वर की पवित्र माँ, हमारे लिए प्रार्थना कर।
कि हम खीस्त की प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जाएं।
हम प्रार्थना करें :
हे प्रभु, हमने स्वर्गदूत के संदेश द्वारा तेरे पुत्र येसु खीस्त का देहधारण जान लिया। हमारी प्रार्थना सुन ले – अपनी कृपा हमारी आत्माओं को प्रदान कर, कि हम उसी खीस्त के दु:ख और क्रूस के द्वारा पुनरूत्थान की महिमा तक पहुँच सकें। उन्हीं हमारे प्रभु येसु खीस्त के द्वारा।
स्वर्ग की रानी
(पवित्र शनिवार से पेन्तेकोस्त तक)
हे स्वर्ग की रानी, आनन्द कर। अल्लेलूया ।
जिनको तूने पैदा किया। अल्लेलूया ।
वह अपने कथनानुसार जी उठे। अल्लेलूया ।
ईश्वर से हमारे लिये प्रार्थना कर। अल्लेलूया ।
आनन्द मना और प्रसन्न हो, हे कुँवारी मरियम। अल्लेलूया ।
प्रभु सचमुच जी उठे। अल्लेलूया ।
हम प्रार्थना करें :
हे ईश्वर, तूने अपने पुत्र हमारे प्रभु येसु खीस्त के पुनरूत्थान द्वारा संसार को आनन्द दिया है। हमारी यह प्रार्थना सुन और ऐसा कर कि हम उनकी माँ कुँवारी मरियम के द्वारा, अनन्त जीवन का आनन्द प्राप्त कर सकें। आमेन।
याद कर विनती
याद कर, हे परम दयालु कुँवारी मरियम, कि यह कभी सुनने में नहीं आया कि कोई तेरी मदद माँगने और तेरी विनतियों की सहायता खोजने तेरे पास आया और तुझसे असहाय छोड़ा गया हो। हे कुँवारियों की कुँवारी, हे मेरी माँ, इसी आसरे से मैं तेरे पास दौड़ आता हूँ, और कराहते हुए पापी के रूप में तेरे सामने खड़ा हूँ। हे खीस्त की माँ, मेरी विनती अस्वीकार मत कर, पर दया से उसको सुन और पूरा कर। आमेन।
पछतावे की विनती
हे मेरे ईश्वर, मैं दिल से उदास हूँ कि मैंने तेरी असीम भलाई और बड़ाई के विरूद्ध अपराध किया है। मैं अपने सब पापों से बैर और घृणा करता हूँ, इसलिए कि तू, हे मेरे ईश्वर, जो मेरे पूरे प्रेम के इतने योग्य है, मेरे पापों से नाराज हो जाता है। और मैं यह ढृढ़ संकल्प करता हूँ कि तेरी पवित्र कृपा से, तेरे विरूद्ध अपराध और कभी नहीं करूँगा और पाप के ज़ोखिमों से दूर रहूँगा। आमेन।
तेरी शरण
तेरी शरण में हम दौड़ आते हैं, हे ईश्वर की पवित्र माँ। हम अपनी जरूरत में जो विनती करते हैं, उसे अस्वीकार न कर, लेकिन, हे प्रतापी और धन्य कुँवारी, हमें सदा सब जोखिमों से बचा। आमेन।
क्रूस के सामने विनती
हे प्रभु येशु, तूने मेरे प्रेम के कारण क्रूस पर पांच घाव पाए हैं, उनके द्वारा मुझे, अपने दास को, जिसे अपने अनमोल लोहू द्वारा तूने बचाया, सहायता दे| हे येशु, कहाँ तक तूने मुझको प्यार नहीं किया?
मेरे प्रेम के कारण तू क्रूस पर मर गया, मुझको बचा| हे मनुष्यजाति के मुक्तिदाता, सब पापियों पर दया कर और अपनी बड़ी दया से उनके पापों को मिटा दे| आमीन|
[मूल रूप से यह प्रार्थना चालीसा काल में क्रूस का रास्ता के अंत में की जाती है पर इसके शब्दों की गहराई को देखते हुए मेरा सोचना है कि इसे दैनिक प्रार्थना में शामिल किया जा सकता है]
शाम की विनती
हे मेरे ईश्वर मैं विश्वास करता हूँ कि तू यहाँ हाजिर है| मैं सारे दिल से तेरी आराधना करता हूँ और तुझे प्रेम करता हूँ| मेरे जीवन में अब तक और आज इस घड़ी तक तेरे हाथों से मुझे बहुत से कृपादान मिले हैं| उन सभी के लिए मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ| आज मैंने तेरी मर्जी के विरुद्ध जो भी पाप किये है उनको जानने का प्रकाश और उनके लिए पछतावे की कृपा दे|
[थोड़ी देर मौन रहकर जांचें कि हमने जाने-अनजाने में ईश्वर के विरुद्ध कोई पाप किया है या नहीं]
[जब आप यह जांच चुकेंगे तो पछतावे की विनती, प्रभु की प्रार्थना, प्रणाम मरिया और पवित्र त्रित्व की स्तुति बोलें]
हे प्रभु, तेरे हाथों में मैं अपने को सौंप देता हूँ| हे मेरे प्रभु, मुझपर दया कर| हे संत मरियम, मेरी माता हो| हे मेरे रखवाल दूत, इस रात मेरी रक्षा कर| हे ईश्वर के सब दूतों और संतों, मेरे लिए प्रार्थना कीजिये| हमारा प्रभु हमें आशीष दे, सब बुराई से हमारी रक्षा करे, और हमको अनंत जीवन प्रदान करे और मरे हुए सब विश्वासी भाई-बहनों की आत्माएं परमेश्वर की दया से शांति में निवास करें| आमीन|
दैनिक समर्पण प्रार्थना
हे प्रभु येशु, मैं अपने को आपको समर्पित करता हूँ| मुझे आशीष दें, स्वस्थ और सुरक्षित रखें| मेरे ह्रदय और घर को आपकी कृपा और स्नेह का मंदिर बना दें| मुझे एक दूसरे से एकता और शांति के सूत्र में बांधे रखने वाले आपके अनंत स्नेह से और भी मजबूत बना दें| मुझे दुःख तकलीफों को बिना शिकायत किये निःस्वार्थ भाव से शांति और संतोष के साथ सहन करने की शक्ति दें, तथा दूसरों की दुःख तकलीफों में सहायता करने की कृपा दें| मैं अपने परिवार, प्रियजनों एवं अपने आपको आपकी शरण में समर्पित करता हूँ| हमें सदा स्वस्थ और सुखी रखें और एक आदर्श मसीही परिवार बनने की कृपा दें| आमीन|
भोजन के पहले की विनती
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर, आमेन।
हे प्रभु, हम लोगों को और अपने इन सब दानों को, जो हम तेरी भलाई से लेने पर हैं, आशिष दे। हमारे प्रभु खीस्त के द्वारा। आमेन।
[वैकल्पिक]
हे पिता हमारे, तू हम सभी का दाता है, तू हमारा पालन-पोषण करता है, हमें और इस भोजन को जिसे अभी हम ग्रहण करने वाले हैं, आशीषित कर ताकि इसे ग्रहण करके हम बल और बुद्धि पायें और वे सभी काम सही रीति से कर सकें जो तूने हमें सौंपा है| अपनी दया उस भंडार पर भी बनाये रख जहाँ से तेरी कृपा द्वारा हमें यह भोजन प्राप्त होता है| हम यह प्रार्थना करते है हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा, आमीन|
भोजन के बाद की विनती
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
तेरे सब दानों और विशेष कर इस स्वादिष्ट भोजन के लिए हम लोग तेरा धन्यवाद करते हैं, हे सर्वशक्तिमान ईश्वर, जो सदा जीता और राज्य करता है। आमेन।
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Amen
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